पंजाबी लड़के कृष और दक्षिण भारतीय लड़की अनन्या के बीच हो रहे इस अंतर्जातीय विवाह का आरंभ, एक प्यार भरे सफलतम संबंध की शुरुआत का पर्व बन गया है। इस अद्वितीय संबंध की शुरुआत में वे दोनों ने अपने जीवन की एक नई शुरुआत के लिए तैयारी की है।
अंतर्जातीय विवाह भारतीय समाज में एक महत्वपूर्ण और विवादित विषय है। इसमें विभिन्न सांस्कृतिक और सामाजिक परंपराएं मिलती हैं, जिसके चलते इसे कई बार चुनौतीपूर्ण बना देता है। इस प्रकार के विवाह से उत्पन्न होने वाले समस्याएं आमतौर पर उन्नति और समाज में समरसता की दिशा में होती हैं।
कृष और अनन्या का विवाह भी इसी दिशा में एक प्रयास है। इस विवाह के माध्यम से, वे न केवल अपने अंधरुजीवन में नए अनुभव प्राप्त कर रहे हैं, बल्कि उनके साथी भी इस उत्कृष्ट साहस का हिस्सा बन रहे हैं। यह विवाह दो विभिन्न सांस्कृतिक परंपराओं और स्थलों के बीच एक सामंजस्यपूर्ण मेलजोल का भी प्रतीक है।
इस अद्वितीय यात्रा में, दोनों ने विभिन्न रीतियों और आदतों का समर्थन किया है और एक दूसरे की समीक्षा की है। इससे साफ है कि वे अपने विवाह को अद्वितीय बनाने के लिए पूरी तरह से समर्थ हैं।
इस प्रकार, इस अंतरजातीय विवाह के माध्यम से कृष और अनन्या ने समाज में समरसता और समृद्धि की दिशा में एक प्रशंसनीय कदम बढ़ाया है। इसके माध्यम से, हम यह सीख सकते हैं कि अंतर्जातीय विवाह एक समृद्धि और सामरस्यपूर्ण समाज की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है, जो सभी को मिलकर एक बेहतर भविष्य की दिशा में आगे बढ़ने का एक मौका प्रदान कर सकता है।
2. Band Baja Baaraat
अब, जब हम इस कहानी को और रूचिकर बनाएं, हम इसे विस्तार से जानते हैं। श्रुति कक्कड़, जो एक अच्छे बिजनेस पार्टनर के साथ साझा करती थी, वह और उसका साझेदार समीर, न केवल काम के साथ साथी थे बल्कि उनके बीच में एक गहरा और स्थिर संबंध था।
श्रुति ने पहले ही समझा था कि उसकी भावनाएं समीर के प्रति कितनी गहरी थीं, लेकिन उसने खुद को विशेष रूप से जताने में कई महीने लगा दिए थे। इस दौरान, श्रुति ने अपनी भावनाओं को समीर से साझा करने का साहस किया और इसका परिणाम था एक साथीपन जिसने उन्हें और भी मजबूत बना दिया।
श्रुति और समीर के बीच का यह संबंध देखकर देखने वाले हर किसी ने महसूस किया कि इसमें कुछ खास है। उनका संबंध एक ऐसे प्यार भरे मिशन की तरह था जो उन्हें साथ में काम करने के साथ ही जीवन के हर पहलू पर एक समर्थन देने का भी एहसास कराता था।
श्रुति और समीर का यह साझापन न केवल उनके बिजनेस को नए ऊंचाइयों तक पहुंचाया बल्कि उन्होंने भी एक-दूसरे को व्यक्तिगत स्तर पर बेहतर समझने में मदद की। इससे हम सीखते हैं कि एक सफल बिजनेस पार्टनरशिप केवल काम के क्षेत्र में ही नहीं, बल्कि व्यक्तिगत जीवन में भी साथीपन और समर्थन का एक महत्वपूर्ण स्तर हो सकता है।
इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि प्यार और साझेदारी को समझाने में समय लगता है, लेकिन जब यह होता है, तो यह जीवन को और भी रंगीन बना देता है।
3. Shuddh Desi Romance
एक साथ रहने वाला एक जोड़ा, हमारे समाज में अभी भी कुछ नया नहीं है। लेकिन क्या होता है जब वास्तविक भावनाएं शामिल होती हैं? क्या किसी और के लिए अपने प्यार का इजहार करने के लिए ‘विवाहित’ लेबल की आवश्यकता है?
हिंदी में बात करते हुए, यह समझना महत्वपूर्ण है कि आजकल कई लोग तबादले और समय के साथ बदलते हुए समाज में नए मॉडल्स ऑफ रिलेशनशिप्स की ओर बढ़ रहे हैं। इसके अलावा, कई युवा जोड़े अपनी भावनाएं और समर्थन को साझा करने के लिए ‘विवाह’ की परंपरागत परीक्षा के बिना अपने संबंधों को महसूस करना पसंद करते हैं।
आधुनिक समाज में, इसे “लाइव-इन” रिलेशनशिप्स के रूप में देखा जा सकता है, जिसमें जोड़े एक साथ रहते हैं लेकिन विवाह के बिना। ऐसे संबंधों में भी विशेष भावनाएं और विशेष जिम्मेदारियां होती हैं, जो एक परंपरागत विवाह में हो सकती हैं।
इस संदर्भ में, समाज में एक स्वतंत्र मानवाधिकार और विशेषता की ऊँचाइयों की प्राथमिकता दी जा रही है, जिससे व्यक्तियों को अपनी भावनाओं और चयनों का स्वतंत्रता मिलता है। इसमें समाज को एक नए सोच की आवश्यकता है, जो प्रेम और साझा जिम्मेदारियों के माध्यम से संबंधों को मान्यता प्रदान करता है, चाहे वे विवाहित हों या नहीं।
4. Bareilly Ki Barfi
राजकुमार राव ने फिल्म में अपनी कला के माध्यम से दर्शकों का मन मोह लिया है, लेकिन इस फिल्म में आयुष्मान खुराना का किरदार प्रीतम भी नजर आया है, जिसने इसे और भी माहौल भर दिया है। प्रीतम का किरदार एक ऐसे व्यक्ति को दिखाता है जो अपने गुप्त प्रशंसक बनने के बावजूद जीने का तरीका बदल देता है।
आयुष्मान का अभिनय न केवल मनोहर है, बल्कि उनकी भूमिका ने समाज को एक महत्वपूर्ण सन्देश दिया है कि गुप्त प्रशंसा का सच्चा मतलब यह नहीं होता कि हमें अपने आत्म-मूल्य को छुपाना चाहिए। इससे हमें यह सिखने को मिलता है कि हमें अपनी पहचान को गर्व से स्वीकारना चाहिए और दुनिया के सामने अपने वास्तविक रूप में खड़ा होना चाहिए।
फिल्म के माध्यम से हमें यह भी दिखाया गया है कि गुप्त प्रशंसा अक्सर एक सोच का परिचायक हो सकती है, जिससे हम अपनी सीमाएं बढ़ाकर नए दृष्टिकोण अपना सकते हैं। आयुष्मान खुराना ने इस किरदार को अपने अद्वितीय अंदाज में निभाया है और दर्शकों को सोचने पर मजबूर किया है कि हर किसी का किरदार अहम होता है, चाहे वह सार्वजनिक हो या गुप्त।
5. Wake Up Sid
रणबीर कपूर की अद्वितीय अभिनय कौशल के साथ, उनकी मुख्य भूमिका वाली फिल्म ‘वेक अप सिड’ ने दर्शकों को एक नए दृष्टिकोण से सोचने पर मजबूर किया। यह फिल्म शायद हमारे समय की सबसे भरोसेमंद फिल्मों में से एक थी, जिसने शहरी जीवन की अनगिनत दिलचस्पीयों को पर्दे पर प्रस्तुत किया।
सिड नामक चरित्र ने अपनी आत्मकथा में हमारी पीढ़ी के भ्रम को प्रतीत करने का कार्य किया है। इसमें उनके संबंध, उनकी जीवनशैली, और उनकी सोच का एक अद्वितीय परिचय है। फिल्म ने शहरी संबंधों की बारीकियों को खोजने की कला को खूबसूरती से प्रस्तुत किया है और दर्शकों को एक नए सोचने के लिए प्रेरित किया है।
रणबीर कपूर ने अपनी अनूठी अभिनय क्षमता से सिड का किरदार निभाया है, जिससे उन्होंने दर्शकों को अपनी कहानी में खींच लिया है। फिल्म ने न केवल मनोरंजन प्रदान किया है, बल्कि यह एक सामाजिक संदेश के साथ आई है जो आधुनिक जीवन की चुनौतियों और संबंधों की जटिलताओं को छूने का प्रयास करती है।
इस फिल्म के माध्यम से हिन्दी सिनेमा को एक नई दिशा मिली है, और रणबीर कपूर ने एक अन्य योगदान के रूप में अपनी अनूठी पहचान बनाई है। इसमें शानदार नृत्य, शानदार डायलॉग, और गहरे अभिनय ने फिल्म को एक यादगार अनुभव बना दिया है जिसे दर्शक लम्बे समय तक याद करेंगे।
6. Tamasha
कहा जाता है कि समय के साथ ही इंसान का मिजाज बदल जाता है, और यही सच है जो इस फिल्म में भी दिखाया गया है। दीपिका पादुकोण ने इस फिल्म में कोर्सिका के हसीन और रमांतिक माहौल में रणबीर सिंह के साथ अपने छुट्टियां मनाने का आनंद लिया। इस अद्वितीय सेटिंग में, उनके बीच एक नए प्यार का संबंध उत्पन्न होता है।
फिल्म की कहानी बढ़ते समय, दिल्ली में जाते हुए दिखाती है कि प्यार और जीवन के रियलिटीज के बीच एक अंतर है। जब दीपिका अपने प्यार के साथ मिलती है, तो उसे यह अहसास होता है कि वह आदमी वही नहीं है जिससे उसने पहले मोहब्बत की थी। इस परिस्थिति ने उसे अपने आत्म-समर्पण और स्वयं के प्रति सच्चे प्यार का सामना करने पर मजबूर किया।
“तमाशा” ने शायद समीक्षकों की नजर में जितना उत्साह नहीं पैदा किया हो, लेकिन यह फिल्म अपनी अनोखी कहानी और अद्वितीय प्रस्तुति के लिए मान्यता प्राप्त कर चुकी है। इसमें सच्चे प्यार, आत्म-अन्वेषण, और व्यक्तिगत परिवर्तन के मुद्दे समाहित हैं, जो दर्शकों को एक नए दृष्टिकोण से जीवन को देखने के लिए प्रेरित करते हैं।
7. Akaash Vani
‘दुनिया क्या कहेगी’ ने एक बड़ी समस्या को उजागर किया है जिसका सामना हमारे समाज में अक्सर होता है। यह फिल्म नहीं सिर्फ एक प्रेम कहानी है, बल्कि इसने उस समय की दृष्टि से माता-पिता के दबाव और समाज की उम्मीदों की पराधीनता को भी दिखाया है।
फिल्म के पात्र, आकाश और वाणी, ने दर्शकों को यह सिखाया है कि प्रेम में सच्चाई और स्वतंत्रता होनी चाहिए। वे कॉलेज के दिनों में एक दूसरे से बहुत खुश थे, लेकिन जब उन्हें अपने करियर की दिशा में आगे बढ़ने का समय आया, तो उन्हें अपने प्रेम को भूल जाने का दबाव महसूस हुआ।
वाणी के माता-पिता का दबाव उसे उस लड़के से शादी करने के लिए मजबूर करता है जिसे वे अच्छा मानते हैं। इससे स्पष्ट होता है कि विभिन्न परंपराओं और सामाजिक मान्यताओं के बचाव में कई बार हमारे रिश्ते खत्म हो जाते हैं।
दरअसल, यह एक आम समस्या है जिसका सामना आज के समय में हम अक्सर करते हैं, जहां हमारे परिवार और समाज की अपेक्षाएं हमें अपने आत्मनिर्भर और खुदरा रास्तों से हटा सकती हैं। इससे हमें यह सिखने को मिलता है कि हमें अपने जीवन में अपनी सोच और चुनौतियों के साथ खड़ा होना चाहिए, ताकि हम अपनी सच्ची खुशियों की ओर बढ़ सकें।
8. Ae Dil Hai Mushkil
जहां कई लोगों ने रणबीर कपूर के चरित्र को समस्याग्रस्त पाया, वहीं यह फिल्म कुछ हद तक एकतरफा प्यार के दर्द को पकड़ने में कामयाब रही। टेढ़ा प्यार के बारे में एक फिल्म, जो सीधी नहीं रहती। हम वहां रहे हैं और कुछ हिस्सों में फिल्म हमसे बात करती है।
रणबीर कपूर की एक अनूठी फिल्म की बात करें, तो उसके चरित्र ने दर्शकों को विभिन्न भावनाओं में ले जाने का कारण बनाया है। जहां कई लोगों ने इसे समस्याग्रस्त पाया है, वहीं इस फिल्म ने एकतरफा प्यार के दर्द को प्रस्तुत करने में अपनी योजना में सफलता प्राप्त की है।
फिल्म ने टेढ़े-मेढ़े प्यार के रूप में एक नए परिदृश्य को चुना है, जिससे दर्शक अपने आत्मविश्वास के साथ संबोधित होते हैं। इसमें सीधी नहीं रहने वाली कहानी की एक खासियत है जो दर्शकों को रहस्यमय और उत्कृष्ट रूप से प्रभावित करती है।
फिल्म के कुछ हिस्सों में, रणबीर कपूर के चरित्र ने अपने प्यार के साथ कई रोमांटिक और जटिल पलों का सामना किया है, जिससे दर्शक उनकी भावनाओं का समर्थन करने में सक्षम होते हैं। इसके साथ ही, फिल्म ने आधुनिक जीवनशैली और सम्बंधों के माध्यम से हमारे समाज में होने वाली विभिन्न चुनौतियों को भी सामने लाया है।
इस रूपरेखा में, रणबीर कपूर की फिल्म ने दर्शकों को एक विचित्र और अद्वितीय अनुभव प्रदान किया है, जिसे समझने में रुचि रखने वाले लोग उससे गहरा संबंध बना सकते हैं।
9. Barfi
इस फिल्म ने एक मूक-बधिर लड़के और एक ऑटिस्टिक लड़की के बीच संबंधों की खोज की है जो आमतौर पर सिनेमा में देखने को नहीं मिलती। यह कहानी एक ऐसे युगल को दर्शाती है जिनके बीच की संबंधों में समाज द्वारा उत्कृष्टता की मान्यता नहीं होती है।
फिल्म में, एक गरीब लड़की की कहानी से अलग होकर, एक अमीर लड़के का किरदार है जो सामाजिक आर्थिक स्थिति के बावजूद एक अद्वितीय साहस दिखाता है। इस फिल्म के माध्यम से सामाजिक विभेदों, आर्थिक विभाजन, और समृद्धि के बारे में विचार किया जाता है और यह दिखाता है कि प्रेम और समर्पण का महत्व हमेशा बना रहता है।
इस फिल्म ने न केवल मूक-बधिर और ऑटिस्टिक समृद्धि को मुखर किया है, बल्कि एक शक्तिशाली प्रदर्शन के साथ जिन्होंने प्रेम के अपने ईमानदार चित्रण के लिए भी धन्यवादी है। यह फिल्म एक साहसिक कदम है जो सामाजिक चुनौतियों और स्वीकृति के साथ संबंधित है और दर्शकों को एक नए दृष्टिकोण से देखने के लिए प्रेरित करती है।
10. Jaane Tu… Ya Jaane Na
इस कहानी में, जय और अदिति दो अलग-अलग प्रकार के लोग हैं, जो इस कॉलेज के प्रमुख हैं। जय एक आत्मनिर्भर और समझदार राजपूत है, जिन्होंने अपने साथियों के साथ सदगुण संबंध बनाए हैं। उन्हें अपने आहिंसक और सहज स्वभाव के लिए पहचाना जाता है।
वह चाहते हैं कि उनका जीवन आराम से बिते और वह एक समृद्धि भरा करियर बना सकें। वे जब तक अपने लक्ष्यों की प्राप्ति में लगे रहते हैं, वे अपने समर्पण और संघर्ष के माध्यम से अन्यों को प्रेरित करते हैं।
वहीं, अदिति एक उत्साही और आवेगी लड़की है जो हमेशा नए चुनौतियों का सामना करने को तैयार रहती है। उसकी आत्मा में आज़ादी का जज्बा है और वह अपने स्वप्नों को पूरा करने के लिए बेताब है। उसकी आदतें अलग हैं, लेकिन उसमें जीवन को जीने का जोश है जो हर किसी को प्रेरित करता है।
कहानी में एक पल ऐसा आता है जब जय और अदिति की राहें एक-दूसरे से मिलती हैं। जब तक जय को एक विशेष लड़की से मिलने का मौका नहीं मिलता, तब तक वह अपने जीवन को सामान्यता में बिताने का सोचता है।
वहीं, अदिति उसके जीवन में एक अद्भुत बदलाव लाती है। उसकी साहसपूर्ण और आत्मविश्वासी व्यक्तित्व ने जय को प्रभावित किया और उसे उसकी सारी पूर्वजन्म की आदतों को छोड़ने के लिए प्रेरित किया।
हालांकि, दोनों को पहले एक-दूसरे से नफरत थी, लेकिन समय के साथ उनकी नजरें बदल गईं और उन्होंने अपने भावनाओं को स्वीकार किया। इस प्रकार, जय और अदिति की कहानी एक प्यार भरी यात्रा का आरंभ करती है, जिसमें समर्पण, समझदारी, और आत्मसमर्पण के माध्यम से वे एक-दूसरे को पहचानते हैं।
- Wake Up Sid
- Tamasha
- Shuddh Desi Romance
- Bareilly Ki Barfi
- Two States
- Band Baja Baaraat
- Akaash Vani
- Ae Dil Hai Mushkil
- Barfi!
- Jaane Tu… Ya Jaane Na
- ये भी पढ़े – बॉलीवुड की टॉप 10 मजेदार कॉमेडी फ़िल्में
- ये भी पढ़े – Top 10 Horror Movies in Hindi
- ये भी पढ़े – बॉलीवुड की 10 खतरनाक हैकिंग फिल्म
- ये भी पढ़े – Top 10 Adventure Movies Bollywood